इंफोसिस की को-फाउण्डर सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की हैं सास
By: Shilpa Fri, 08 Mar 2024 3:06:03
नई दिल्ली। देश की ख्यातनाम आईटी कम्पनी इंफोसिस की को-फाउण्डर श्रीमती सुधा मूर्ति को आज शुक्रवार 8 मार्च 2024 को राज्यसभा के लिए नामित किया गया है। इस बात की जानकारी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर साझा की। गौरतलब है कि सुधा मूर्ति इंफोसिस के को फाउण्डर एन.आर. नारायण की पत्नी हैं। पेशे से शिक्षिका और लेखिका सुधा मूर्ति ने अपने पति को कम्पनी की शुरूआत करने के लिए 10,000 रुपये उधार दिए थे। आज इंफोसिस विश्व में भारत का झण्डा बुलंद कर रही है। अब सुधा मूर्ति बिजनेस सेक्टर से राजनीति जगत में एंट्री ले रही हैं। शुक्रवार को इन्हें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
पीएम मोदी ने लिखा, "मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने @SmtSudhaMurty जी को राज्यसभा के लिए नामित किया है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान बहुत बड़ा और प्रेरणादायक रहा है।"
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आई अपनी घोषणा में, प्रधानमंत्री ने कहा कि उच्च सदन में मूर्ति की उपस्थिति "नारी शक्ति (महिला शक्ति) का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है।"
इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति से विवाहित सुधा मूर्ति कन्नड़ और अंग्रेजी में एक विपुल लेखिका हैं, उन्होंने उपन्यास, तकनीकी किताबें और यात्रा वृतांत लिखे हैं। वह उद्यम पूंजीपति अक्षता मूर्ति की मां हैं, जिनका विवाह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से हुआ है।
I am delighted that the President of India has nominated @SmtSudhaMurty Ji to the Rajya Sabha. Sudha Jis contributions to diverse fields including social work, philanthropy and education have been immense and inspiring. Her presence in the Rajya Sabha is a powerful testament to… pic.twitter.com/lL2b0nVZ8F
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2024
मूर्ति, जो इस समय भारत में नहीं हैं, ने नामांकन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और कहा, “यह मेरे लिए महिला दिवस का एक बड़ा उपहार है। देश के लिए काम करना एक नई जिम्मेदारी है।”
19 अगस्त, 1950 को कर्नाटक के शिगगांव में जन्मी सुधा मूर्ति ने अपना करियर एक कंप्यूटर वैज्ञानिक और इंजीनियर के रूप में शुरू किया, जो टाटा इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी (टेल्को) में नियुक्त होने वाली पहली महिला इंजीनियर बनीं।
मूर्ति के परोपकारी प्रयास व्यापक हैं। पद्म भूषण पुरस्कार विजेता इंफोसिस फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, जिसने गरीबी, स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छता जैसे मुद्दों से निपटा है। फाउंडेशन के माध्यम से, उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हजारों घर बनाए, स्कूलों में पुस्तकालय स्थापित किए और सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण के लिए धन दिया।
उनका प्रभाव भारत से परे तक फैला हुआ है, क्योंकि उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया की स्थापना की थी।